Law Of Attraction(जैसा सोचोगे वैसे बनोगे)

1. आप अपनी सोंच को बदलो:-

आपको सुनकर आश्चर्य होगा की, आप जैसा सोचते है , ठीक वैसा ही आपके जीवन में घटित होने लगता है ।नजरे बदलो तो नज़ारे बदल जायेंगे।
जीवन में आने वाली हर परेशानी एवं सुख दुःख के कारण के लिए हम स्वयं जिम्मेदार है ,जो केवल हमारे मन के अंदर निर्माण किये संकल्प की वजह है , कोई कहता है सुख और दुःख देने वाला तो भगवान है , लेकिन भगवान न हमें सुख देता है ना दुःख देता है अगर ऐसा हो भी जाए तो वह भी कर्मबन्धन में आ जाएगा किन्तु परमात्मा कर्मबन्धन से मुक्त है , जब आप नेकी के राह पर चलते है तब भगवान आपको सुख का रास्ता अवश्य बताता है, लेकिन कर्म तो हमें ही करना है , बाकी आपकी सकारात्मक सोच बहुत महत्वपूर्ण है जो आपका भविष्य की नींव रखती है ,अगर आप नकारात्मक सोच रखते हो तो ठीक उसी प्रकार की फ्रीक्वेंसी आपके आस - पास बन जाएगी और अगर आप सकारात्मक सोच रखते हो तो आपके आसपास सकारात्मक आभा मंडल बनता जाएगा।
कहने का तात्पर्य यही है की , अगर आप अपनी तक़दीर(भाग्य) बदलना चाहते है तो आप जैसे चाहे आप अपनी को तक़दीर बदल सकते हो।
आपके पास एक विकल्प है की, मै किस तरह की सोच का चुनाव करता हूँ??
जैसी सोच को आप अपने मस्तिष्क मे जन्म देते है ,उसी तरह की गतिविधियाँ का आप अपनी जिंदगी में अनुभव करने लगते है  ,यदि आप अपनी जिंदगी में बहुत बड़ा सकारात्मक परिवर्तन करना चाहते हो तो सबसे पहले अपनी सोच को बदले , इसके लिए आपको अपने अंदर आने वाले हर विचार पर निगरानी रखनी होगी, आपको अपने विचारों के प्रति हमेशा जागरूक बनना पडेगा , आप हमेशा अपने अच्छे विचारों को चुने और स्वयं को संकल्प दे की मैं अपने विचारों का मालिक हूँ  अथवा रचयिता हूं , आप अपने इस विचार बार - बार दोहराइये फिर देखिए कि आपके जीवन मे किस प्रकार के चमत्कार घटित होने लगते है ।

प्रसिद्ध उद्योगपति धीरूभाई अंबानी जी का कहना था की:

''जो सपने देखने की हिम्मत रखते है ,वो पूरी दुनिया जीत सकते है "

अब्राहम थॉमस लिकंन भी कम पढ़े लिखे थे , अपनी गरीबी के कारन उन्होंने अपनी पढाई जैसे तैसे पूर्ण की थी , उनके जीवन में काफी परेशानियां आयी किन्तु वे कभी अपनी इन  परिस्थितियों  से मायूस नहीं हुये , हर वक्त सकारात्मक विचार और उमंग एवं उत्साह से आगे बढ़ते गए और एक दिन वे संयुक्त राष्ट्र संघ के राष्ट्रपति बने।

2. अपने आप में सपने सजाने की आदत डालो :-

सपना सजाना कोई बुरी बात नहीं है , अगर आप अपने मानसिक पटल पर कोई तस्वीर देखते हो तो वह सबसे पहले आपके वृत्ति में आता है और वही प्रक्रिया अगर हम बार बार करते है तो वह हमारे संस्कार बन जाते है और वैसी हमारी प्रवृत्ति बनती जाती है , तो हमारे मानसिक तस्वीर की प्रक्रिया की प्रबल शक्ति का कारण यह है की, जब आप दिमाग में मनचाही चीजो के साथ आप तस्वीर बनाने लगते हो तो आपके मन के भाव जाग्रत होते जाते है और यह भावनाये जितनी सशक्त होगी उतनी ब्रम्हांडीय शक्ति आपके लिए सकारात्मक वायुमंडल अथवा माहौल बना देगी । राइट ब्रदर ने एक बात ठान ली थी की , हमें आकाश में उड़ना ही है , वर्ष 1903 में उनकी मेहनत कामयाब हुई और दुनिया का सबसे पहला हवाई जहाज को उन्होंने निर्मित भी किया ।

3. अपने दिमाख को शांत रखे :-

अपने मस्तिष्क पर विजय पाने का एक मजेदार तरीका है , अपने दिमाख को शांत रखिये ,उसके लिए नित्य सुबह शाम आधा से एक  घंटा मेडिटेशन (ध्यान) करे , मेडिटेशन से विचारों को नियंत्रित करने मे मदद मिलती है और सारा शरीर चार्ज हो जाता है जिसके कारण दिन भर स्फूर्ति रहती है , व्यर्थ विचार और नकारात्मक विचारों का परहेज करें।
ऐसे माहौल से दूर रहे जहां नकरात्मकता हो , झूठी बाते , झूठा व्यवहार न करे जिसके कारण मन अधिक मात्रा में तर्क - वितर्क करता है एक झूठ छिपाने के लिए मन हजार विचारों की सलाह लेता है और सच बोलने वालों को बस एक बार ही कहना पड़ता है और उसका मन कोई तर्क -वितर्क नहीं करता हमारे ऋषि-मुनि की वाणी में इतना शक्ति  होती थी की उनके द्वारा कहे गए कथन सत्य हो जाता थे ।
सत्य बोलने से वाणी की सिद्धि अपने आप प्राप्त होती है और हमारी संकल्प शक्ति बढ़ती है जिसके कारण हमारे केवल एक संकल्प मात्र से हमे सफलता मिल जाती है।

4. अपने आप पर यकीन करें :-

आप पहले अपने प्रति यकीन करना सीखे , अपने आत्मविश्वास को जगाये की मै किसी भी हालत में अपना अधिकार  प्राप्त कर ही लूंगा , जीवन में जो चीज आपको चाहिए उसके लिए ऐसा पूरे विश्वास के साथ समझे की , यह चीज अब मेरी हो चुकी है ,मै उसका हकदार हूँ और मैं उसका मालिक हूँ ।
आप जो चाहे पा सकते हो बस उसे अपने विचारों के सांचे में ढालने का आपको तरीका आपको आना चाहिए , ऐसा कोई सपना नहीं जो पूरा न हो सके आप अपने माध्यम से काम कर रही रचनात्मक शक्ति का प्रयोग करना सीख ले बस , उसके कारण आप अपने भाग्य  के दरवाजे ज्यादा खोल लेते है ,आप जब बुखार से  पीड़ित हो तब जब आप ऐसे डॉक्टर के पास जाते हो जिन पर आपका 100 % यकीन है और वह डाक्टर  अगर आपको एक शुगर की गोली देकर बड़े विश्वास के साथ कहे आप बिल्कुल ठीक हो जायेंगे तो आपको आपकी डॉक्टर के प्रति आस्था आपको बिल्कुल स्वस्थ्य कर देगी।

5. प्राप्ति की महसूसता करें :-

जो चीज आप पाना चाहते है उसके बारेंमे ऐसा सोंचे की ,वह चीज आपको मिल गई मनचाही चीजों की साकार कल्पना करे , इस प्रक्रिया को अच्छा महसूस करते समय आप स्वयं को उसी फ्रिक्वेंसी पर रखते हो जहाँ पर आपकी मनपसंद चीज है ,स्वयं को उस फ़्रिक्वेन्सी तक पहुँचानेका एक ही तरीका है की, मैं अभी इसे पा रहा हूँ मुझे तमाम चीजे इसी समय मिल रही है बस ..मन में दृढ़ विश्वास भरो मिलने की भावना को सचमुच महसूस करो की वाकई आपने उस चीज को पा लिया है।
आप छोटी छोटी चीजो से शुरू कर सकते है जैसे आप कल्पना करें कि आपका कोई पुराना मित्र है वह आपको मिलने आया है, आप  कल्पना करे और उससे मन ही मन बाते करे की जैसे वह आपके सामने आया है आप यकीन करे की ,उसका फोन या समाचार या स्वयं वह खुद आपसे मिलने जरूर आएगा, आप देखेंगे कि कुछ दिनों मे वह वास्तविकता मे आपसे मिलने आ जाएगा।

6. अपने अतीत को भूले :-

अक्सर हम पिछली गुजरी जिंदगी की दास्तान सबके सामने बार - बार दोहराते रहते है ,मेरे साथ बहुत बुरा हुआ था ,मै उस घटना को भूल नहीं सकता , मैने बहुत ख़राब दिन देखे इस तरह हम अपने आप में नकारात्मक ऊर्जा भरते रहते है ,जो व्यक्ति अपने अतीत को याद कर दुखी होता है वह उस दुर्भाग्य और निराशा को बार बार भोगता है वह भविष्य के लिए दुर्भाग्य की मानो प्रार्थना करता है तो निश्चित रूप से आपको वही मिलेगा।
आप अतीत को याद कर अपने वर्तमान में मुश्किलें पैदा कर रहे हो, हमेशा याद रखो की आप स्वयं अपने भाग्य या दुर्भाग्य के लिए जिम्मेदार हो , बस ऐसा समझो की भाग्य बनाने की कलम आपके हाथ में है ऐसा कभी नहीं सोचो की , मैं यह कर नहीं सकता ,मेरे पास पर्याप्त पैसे नहीं है ,मेरी काबिलियत नहीं है , मैं ऐसा नहीं हूँ ... मैं कुछ भी नहीं हूँ ...यह कह कर तथा सोचकर आप अपने भविष्य को गलत मार्ग पर ले जा रहे हो।

आप स्वयं को यह संकल्प दे की ,मैं ऊर्जावान हूँ , मैं स्वस्थ हूँ , मैं सम्पन्न  हूँ , मै प्रेमपूर्ण हूँ , मै खुश हूँ इस तरह की संकल्पधारा आपकी हर विषम परिस्थिति को अनुकूल बना देती है बस आपका संकल्प शक्तिशाली हो मन में यह संकल्प कभी ना लाये की क्या ऐसा भी हो सकता है......

Comments

  1. Hello bhai adsense approval mil gya tume kya


    https://www.infotoharsh.xyz/2021/02/blog-post_68.html?m=1

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

अवचेतन मन की रहस्यमयी शक्ति

मृत्यु अंत नही आरंभ....